जय श्री राम
श्री रामचरितमानस की सिद्ध दोहा और चोपाई
चोपाई
गुरु गृह गए पढ़न रघुराई,अल्पकाल विद्या सब पाई।।
अर्थात - व्यक्ति को बिना गुरु की कृपा के कुछ भी प्राप्त नहीं हो सकता। गुरु शरण में जाने से ही मुक्ति का द्वार खुलता है। सद्गति पाने के लिए गुरु के चरण रज प्राप्त होना परमावश्यक है।
इस चौपाई का प्रयोग कब और कहाँ और कैसे करें ----
विद्या प्राप्ति के लिए यह चोपाई रामबाण है | यदि आपका बेटा \ बेटी या फिर आपके किसी जानकर के बच्चे बढ़ने मै कमजोर है तो उनको इसके बारे मै जरूर बताएइये | यदि रोज पड़े करते समय एक बार इस चोपाई को बोलेगा तो उसका मन भी लगेगा और आप भी देखेंगे कुछ समय मै बच्चे पढ़ाई मै होशियार हो जायेगा |
"प्रभु श्री राम जब विद्या अध्ययन के लिए अपने भाइयों के साथ गुरु वशिष्ठ जी के यह गए थे
कहा कि श्रीराम तो स्वयं भगवान थे लेकिन उन्हेंने भी गुरु वशिष्ठ के आश्रम में शिक्षा ग्रहण की। बताया कि भगवान ने बहुत थोड़े से ही समय में समस्त संसार की विद्या प्राप्त कर ली थी।"
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