जय श्री राम
श्री रामचरितमानस की सिद्ध दोहा और चोपाई
“रामकथा सुंदर कर तारी । संसय बिहग उड़ावनिहारी॥
अर्थात -
राम की कथा हाथ की सुंदर ताली है, जो संदेहरूपी पक्षियों को उड़ा देती है। फिर रामकथा कलियुगरूपी वृक्ष को काटने के लिए कुल्हाड़ी है। हे गिरिराजकुमारी! तुम इसे आदरपूर्वक सुनो।
इस चौपाई का प्रयोग कब और कहाँ और कैसे करें ----
संशय-निवृत्ति के लिये इस चोपाई का प्रयोग किया जाता है जब भी आप कभी , किसी दुविधा मै हो और कुछ समझ न आ रहा हो क्या करे, क्या निर्णय ले, तो इस चोपाई का मन ही मन ११ बार जाप करें | संशय या दुविधा अपने आप खत्म हो जायगी और आपको अपना सही निर्णय लेने मै प्रभु श्री राम मदद करेंगे या कोई न कोई रास्ता (क्लू ,हिंट ) जरूर देंगे |
नोट - यह प्रयोग आजमाया हुआ है
कृपा करके पूर्ण विस्वास के साथ करके देखें सफलता निश्चित मिलेगी
अपने प्रभु मै विश्वास रखें
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