शनिवार, 30 सितंबर 2023

अल्प मृत्यु न होने के लिए श्री रामचरितमानस की सिद्ध दोहा और चोपाई dharmik upaye

जय श्री राम 

  

  श्री रामचरितमानस की सिद्ध दोहा और चोपाई 

अल्पमृत्यु नहिं कवनिउ पीरा। सब सुंदर सब बिरुज सरीरा॥ 

 

अल्प मृत्यु न होने के लिए

अर्थात - 


 छोटी अवस्था में मृत्यु नहीं होती, न किसी को कोई पीड़ा होती है। सभी के शरीर सुंदर और निरोग हैं।

  रामचरितमानस की चौपाइयों में ऐसी क्षमता है कि इन चौपाइयों के जप से ही मनुष्य बड़े-से-बड़े संकट में भी मुक्त हो जाता है। इन मंत्रो का जीवन में प्रयोग अवश्य करे प्रभु श्रीराम आप के जीवन को सुखमय बना देगे।। 

 इस  चौपाई का प्रयोग कब और कहाँ और कैसे करें ---- 



अल्प मृत्यु न होने के लिए :-  
जय श्री राम भक्तो वैसे तो प्रभु के निरंतर स्मरण से कोई विघ्न बाधा ,परेशानी,अकाल मृत्यु कुछ भी कभी नहीं हो सकती | लेकिन आपको ऐसा लगता है की ऐसी कोई अप्रिय घटना होने की सम्भावना है तो आप तत्काल प्रभाव से इस चोपाई का निरंतर स्मरण प्रारंभ कर दीजिये| और श्री राम ,हनुमान जी का ध्यान करते रहिये | जिससे आपकी या जिसके ऊपर ये विपदा आने वाली है वो समाप्त हो जायगी | 

स्मरण करने योग्य बात  :-


जय श्री राम भक्तों आपका प्रभु श्री राम, माता सीता, हनुमान जी, तुलसीदास जी, श्री रामचरितमानस और स्वयं मै पक्का विस्वास होना चाहिए | क्योकि जितना ज्यादा आपका विश्वास होगा उतनी जल्दी आपकी इच्छा  होगी | और आपके सारे काम सफल होंगे | 
यदि आपकी विपदा या परेशानी समाप्त हो जाती है, राम जी कृपा से, तो आप मंदिर या अपने घर के मंदिर जाके, उनका पूजन करके ,उनको भोग लगाके,उनका आभार जरूर व्यक्त करें और उनको इस समस्या से निकलने के लिए प्रभु को धन्यवाद जरूर दें |

रामायण का महाज्ञानः मुसीबत के समय इन चौपाइयों को परखना चाहिए 

नोट - यह प्रयोग आजमाया हुआ है 

कृपा करके पूर्ण विस्वास के साथ करके देखें सफलता निश्चित मिलेगी 

 अपने प्रभु मै विश्वास रखें 

  "जय जय श्री राम" 

     आशा है उपरोक्त लेख आपको पसंद आया हो अपने सुझाव तथा विचार कमेंट बॉक्स में लिखें।



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