शुक्रवार, 29 सितंबर 2023

मेल कराने के लिए, शत्रु को मित्र बनाने के लिये श्री रामचरितमानस की सिद्ध दोहा और चोपाई dharmik upaye

  

जय श्री राम 

  

  श्री रामचरितमानस की सिद्ध दोहा और चोपाई


गरल सुधा रिपु करही मिलाई | गोपद सिंधु अनल सितलाई || 

मेल कराने के लिए

अर्थात - 

अयोध्यापुरी के राजा श्री रघुनाथजी को हृदय में रखे हुए नगर में प्रवेश करके सब काम कीजिए। उसके लिए विष अमृत हो जाता है, शत्रु मित्रता करने लगते हैं, समुद्र गाय के खुर के बराबर हो जाता है, अग्नि में शीतलता आ जाती है॥1॥


 इस  चौपाई का प्रयोग कब और कहाँ और कैसे करें ----


मेल कराने के लिए:-  श्री रघुनाथजी की कृपा से किन्ही भी दो लोगो के मध्य लड़ाई को समाप्त  कराने के लिए या फिर किसी भी परिस्थिति को अनुकूल करने के लिए इस सिद्ध चोपाई का प्रयोग किया जाता है |  

कैसे करें ----

इस चोपाई को  निरंतर बोलने या जाप करने से ये चोपाई या मानस मंत्र स्वतः ही काम शुरू कर देता है | उपर्युक्त किसी भी परिस्तिथि होने पर आप स्मरण करने लागिये |आप देखेंगे कि सबकुछ आपके अनुकूल हो गया है या जिन दो लोगो का मेल करवाना हो वो कुछ समय मै एक हो जाते है | 

इस इस चोपाई के लाभ :-

किसी भी परिस्थिति को अनुकूल करने के लिए| 
दो लोगो के मध्य मेल करवाने के लिए | 

स्मरण करने योग्य बात  :-

जय श्री राम  भक्तों आपका प्रभु श्री राम, माता सीता, हनुमान जी, तुलसीदास जी,  श्री रामचरितमानस  और स्वयं मै पक्का विस्वास होना चाहिए | क्योकि जितना ज्यादा आपका विश्वास होगा उतनी जल्दी आपकी इच्छा  होगी | और आपके सारे काम  सफल होंगे | और ये दोहा और चोपाई अपना काम प्रारम्भ कर देती है क्योकि ये स्वतः सिद्ध है | 

रामायण का महाज्ञानः मुसीबत के समय इन चौपाइयों को परखना चाहिए 

नोट - यह प्रयोग आजमाया हुआ है 

कृपा करके पूर्ण विस्वास के साथ करके देखें सफलता निश्चित मिलेगी 

 अपने प्रभु मै विश्वास रखें 


  "जय जय श्री राम" 

     आशा है उपरोक्त लेख आपको पसंद आया हो अपने सुझाव तथा विचार कमेंट बॉक्स में लिखें।

सरल और सुखमय जीवन 

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