जय श्री राम
श्री रामचरितमानस की सिद्ध दोहा और चोपाई
“सुमिरि पवनसुत पावन नामू । अपने बस करि राखे रामू॥
अर्थात - हनुमानजी ने पवित्र नाम का स्मरण करके श्री रामजी को अपने वश में कर रखा है
इस चौपाई का प्रयोग कब और कहाँ और कैसे करें ----
श्रीहनुमान् जी को प्रसन्न करने के लिये:-
इस चोपाई के बोलने से हनुमान जी को बहुत प्रसन्नता होती है और हनुमान जी सदैव आपके साथ होते हैं | जैसे हनुमानजी ने पवित्र नाम का स्मरण करके श्री रामजी को अपने वश में कर रखा है
ठीक उसी प्रकार इस चोपाई के निरंतर जाप करने से हनुमान जी आपसे प्रसन्न रहते है और और आपकी सारी विघ्न बाधा ,संकट को हर लेते है,
और आप सब जानते ही है कि यदि हनुमान जी प्रसन्न हो जाते है तो ऐसा कोई काम नहीं जो संभव न हो और दुनिया की कोई ताकत नहीं जो आपका कुछ बिगाड़ ले | इसलिए मेरे प्रिय भक्तों कुछ प्रयोजन न भी हो तो भी जब भी आप बैठे बैठे ही बोलते रहिये आपका कल्याण ही होगा |
नोट - यह प्रयोग आजमाया हुआ है
कृपा करके पूर्ण विस्वास [विश्वास ही सब कुछ है ये नहीं तो कोई उपाए काम नहीं आएगा ] के साथ ही करें आप देखेगें कि सफलता निश्चित मिलेगी
अपने प्रभु मै विश्वास रखें
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